आज के समय में धनतेरस के त्योहार को सिर्फ सोना-चांदी और बर्तन की खरीदारी तक ही सीमित कर दिया गया है। लेकिन आपको बता दें कि धनतेरस के दिन का स्वास्थ्य की दृष्टि से भी बड़ा महत्व है। इस दिन आयुर्वेद के जनक माने जाने वाले भगवान धन्वन्तरी का भी जन्मदिन मनाया जाता है। भगवान धन्वन्तरी की पूजा कर बेहतर स्वास्थ्य और निरोगी काया का आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है। अंग्रेजी की भी कहावत है- हेल्थ इज वेल्थ यानी अच्छा स्वास्थ्य ही सच्ची धन-संपदा है।
आयुर्वेद से हासिल करें बेहतर स्वास्थ्यभगवान धन्वन्तरी चार भुजाधारी हैं। इनके एक हाथ में आयुर्वेद ग्रंथ, एक हाथ में औषधि कलश, एक हाथ में जड़ी-बूटी और एक हाथ में शंख है। ये प्राणियों को आरोग्य प्रदान करते हैं, इसलिए धनतेरस पर सिर्फ धन प्राप्ति की कामना की पूजा करने की बजाए, बेहतर स्वास्थ्य के लिए भगवान धन्वन्तरी की भी पूजा करें। इन दिनों तेजी से बढ़ रही बीमारियों को देखते हुए आधुनिक चिकित्सा पद्धति के साथ-साथ अगर आयुर्वेद को अपना लिया जाए तो बेहतर स्वास्थ्य हासिल किया जा सकता है।
जीवन जीने की कला है आयुर्वेद
दरअसल, आयुर्वेद सिर्फ एक चिकित्सा पद्धति नहीं है। यह स्वस्थ जीवन जीने की एक कला है, जिसे सीख लिया तो ऐसा जीवन जीना भी संभव है कि कभी किसी डॉक्टर या अस्पताल की तरफ देखना ही ना पड़े। इसके अनुसार बताए गए खान-पान के नियम अपनाने पर एक खुशहाल और बीमारी रहित जीवन संभव है। आइए, जानते हैं कि आर्युवेद के अनुसार, हमारा खान-पान कैसा होना चाहिए...
आयुर्वेद के देवता हैं भगवान धन्वन्तरी, Dhanteras पर अच्छी सेहत का पाएं वरदान