मेनोपॉज के दौरान महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं। यह स्थिति तब आती है, जब महिलाएं 50 की उम्र के आस-पास होती हैं। इस दौरान उनके शरीर में तेजी से हॉर्मोनल चेंजेज होते हैं। साथ ही कई तरह की शारीरिक और मानसिक परेशानियों से उन्हें जूझना पड़ता है। इन्हीं में से एक परेशानी है हॉट फ्लैशेज की।
हॉट फ्लैशेज एक ऐसी स्थिति होती है, जब व्यक्ति को अचानक से चेहरे और चेस्ट पर गर्मी महसूस होती है। तेज पसीना आ सकता है और चेहरे पर रेडनेस दिखने लगती है। इस दौरान घबराहट या सांस लेने में दिक्कत होने जैसी समस्या का भी सामना करना पड़ सकता है। कई बार इस तरह के हॉट फ्लैशेज आने के तुरंत बाद ही शरीर एकदम से ठंडा भी पड़ जाता है। इसका कारण अचानक से ब्लड फ्लो का कम होना या शरीर का एनर्जी लेवल डाउन होना हो सकता है।