वे सभी मिलकर ईसर और गंगौर की तस्वीरों को सजाती है और फिर धार्मिक जलूस में उन्हें शहर के विभिन्न हिस्सों में ले जाया जाता है। जुलूस इस त्यौहार का एक हिस्सा है और पचोला झील के गंगौर घाट पर खत्म होता है।
मेवाड़ महोत्सव
वे सभी मिलकर ईसर और गंगौर की तस्वीरों को सजाती है और फिर धार्मिक जलूस में उन्हें शहर के विभिन्न हिस्सों में ले जाया जाता है। जुलूस इस त्यौहार का एक हिस्सा है और पचोला झील के गंगौर घाट पर खत्म होता है।