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भील बनेश्वर मेले में आग जलाकर रोज रात को उसके चारों ओर बैठते ऊंची आवाजों में पारंपरिक लोक संगीत गाते है। कुल के युवाओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। ग्रामीण लोगों के समुहों को भी इस आयोजन में आमंत्रित किया जाता है।